आज तो जिन्देगी भी मुझपर बेतहाशा तरस खाई है,
दीदार दीजिये अब तो, मेरे मरने की खबर आई है.
आज से पहले ग़लतफ़हमियों में जी रहे थे हम भी,
आज ही तो कुछ बारीकियां हमको नज़र आई हैं.
छोटी सी दुनिया है यहाँ दरिया भी दरिया से मिलते हैं,
मिलने की उम्मीद में ही, आज चांदनी उतर आई है.
थोड़ी सी दुनिया मेरी भी थी इस दुनिया के बीच में,
मेरी कश्ती के साथ ही कोई और भी लहर आई है.
शुक्रिया
' अतुल '
दीदार दीजिये अब तो, मेरे मरने की खबर आई है.
आज से पहले ग़लतफ़हमियों में जी रहे थे हम भी,
आज ही तो कुछ बारीकियां हमको नज़र आई हैं.
छोटी सी दुनिया है यहाँ दरिया भी दरिया से मिलते हैं,
मिलने की उम्मीद में ही, आज चांदनी उतर आई है.
थोड़ी सी दुनिया मेरी भी थी इस दुनिया के बीच में,
मेरी कश्ती के साथ ही कोई और भी लहर आई है.
शुक्रिया
' अतुल '