होश

होश आ ले तो सम्हल जायेंगे,
लोग बिछड़ेंगे नहीं बदल जायेंगे |

वक़्त हमको इतना तो सिखा देगा,
ठोकर आज की हम कल खायेंगे |

याद आएंगे हम किसी बहाने से,
किसी बहाने आंच देना जल जेयेंगे |

मेरी बेहयाई मेरी ताकत नहीं है,
मिलेंगी जो नज़रें तो गल जायेंगे |

दिल में बसा के रखने का क्या फायदा,
हम जो ज़िन्दगी से निकल जायेंगे|

' अतुल '



2 Responses
  1. mohit tyagi Says:

    atul ji ..........veri good your gajal



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