अभी हौसला है, चले आइये ,
अभी जाँ है बाकी ठहर जाइये |
मुहब्बत को जितना भी नासूर समझो,
ये ज़ख्म है मीठा कुरेदे जाइये |
बहुत सी वफ़ा है आँखों में मेरी,
हर खता की सज़ा मुझको दे जाइये |
बहारों को भी इतना गुमाँ न होगा,
आये हैं तो ज़रा देर रुक जाइये |
शमा है अधूरी मैं आधा जला हूँ,
धीरे धीरे हमको जलाते जाइये |
नहीं जानता बिन तेरे मैं क्या हूँ,
मेरे बिन तू क्या है ये फरमाइए |
'अतुल'